एसआईटी बनने के बाद कई लोकेशन पर छापेमारी

नई दिल्ली। दिल्ली के दंगे को लेकर सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। दंगे के जांच के लिए एसआइटी गठित कर दी गई है। क्राइम ब्रांच के सारे मामले को एसआइटी के पास ट्रांसफर कर दिया गया है।क्राइम बांच के अदंर एसआइटी का गठन डीसीपी जाय तिक्री और डीसीपी राजेश देव के अंदर जांच शुरू करेगी।जिस टीम का गठन किया गया है उसने तुरंत नॉर्थ ईस्ट दिल्ली हिंसा से जुड़े मामलों की जांच का जिम्मा संभाल लिया है। यह दोनों टीम एडिशनल एसपी बीके सिंह के नेतृत्व में जांच करेगी। एसआइटी गठित होने बाद कई लोकेशन पर छापेमारी शुरू हो गई है।



उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक कुल 48 एफआइआर दर्ज कर 106 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं पुलिस सीसीटीवी फुटेज और ड्रोन के फुटेज के आधार पर अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी की कोशिश लगातार कर रही है। अब एसआइटी गठित होने से मामले में तेजी से जांच की उम्मीद बंध गई है। इस दंगे में कई लोगों के घर तबाह हुए तो कई लोगों की दुकानें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। इस हिंसा में अब तक 34 लोग मारे जा चुके हैं।


दिल्ली में सीएए नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन 24 फरवरी, 2020 से शुरू हुआ थाइसके बाद यह लगातार बढ़ता ही गया। इस हिंसा में अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है। चार दिनों तक दिल्ली दंगाइयों के कब्जे में रही। इस दौरान जमकर उत्पात मचाया गया। बता दें कि बुधवार देर रात भी ब्रह्मपुरी, नूर-ए-इलाही, उस्मानपुर में घरोंदुकानों को निशाना बनाया गया। गोकलपुरी-मौजपुर में फायरिंग हुई। इधर प्रशासन सुरक्षा के लिए उत्तरीपूर्वी जिले में अर्धसैनिक बलों की कुल 107 कंपनियां तैनात कर चुकी है। पीएम मोदी को लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। गृहमंत्री अमित शाह ने इसको लेकर कई बैठकें की। दिल्ली के सीएम राजघाट पर जाकर शांति की अपील की। इस दौरान हर गली में हिंसक भीड़ के द्वारा जमकर लूटपाट और आगजनी की घटनाएं हुईं।