लॉकडाउन के दौरान शराब के ठेके बंद होने के चलते शराब नहीं मिल रही तो लोग उसका भी तोड़ निकाल रहे हैं। आवश्यक वस्तु बिक्री की आड़ में दूध की केनों में छिपाकर शराब ठिकानों पर पहुंचाई जा रही है। ऐसा ही एक मामला मथुरा के छाता में सामने आया। पुलिस ने दुग्धविक्रेता को गिरफ्तार कर चालान किया है।
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर लॉकडाउन के चलते लोगों को घरों में रहने की अपील के साथ ही अनावश्यक घूमने वालों पर प्रभावी अंकुश लगाए जाने को लेकर गश्त कर रही है तो बैरियरों पर चेकिंग कर रही है। गुरुवार को हाईवे पर पेप्सी कंपनी के समीप बैरियर पर पुलिस चेकिंग कर रही थी। रात करीब 11:50 बजे प्रभारी निरीक्षक छाता रवि त्यागी, उप निरीक्षक रिंकू कुमार ने पुलिस बल के साथ दिल्ली की तरफ से आ रहे बाइक सवार दूधिया को रोका। पुलिस को देख उसने भागने का प्रयास किया। शक होने पर पुलिस ने उसे पकड़ कर तलाशी ली। उसकी दूध की केनों से तस्करी कर ले जाए जा रहे 238 पौवे बरामद कर गिरफ्तार किया। पूछताछ में पकड़े युवक ने अपना नाम चंद्रपाल निवासी कमई, बरसाना बताया।
पुलिस ने पकड़े युवक को आबकारी अधिनियम व धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर चालान किया है। दूसरी ओर थाना बलदेव पुलिस द्वारा चेकिंग के दौरान अमीरपुर, बलदेव निवासी वीरा को पकड़ा। उसके कब्जे से 22 पौवे देशी शराब के बरामद कर चालान किया है।
शराब प्रेमियों के लिए साइबर ठगों ने बिछाया जाल
लॉकडाउन है। लोगों के पास शराब का जितना कोटा था, लगभग खत्म हो चुका है। शाम होते ही शराब प्रेमी बेचैन हो जाते हैं। साइबर ठगों ने इस माहौल को भुनाने के लिए जाल बिछा दिया है। फिलहाल पीड़ित पुलिस के पास नहीं पहुंचे हैं। आशंका है कि कई लोग इनका शिकार बन चुके हैं। शराब की होम डिलीवरी के लिए सोशल मीडिया पर नंबर जारी किया गया है। उस पर फोन करने पर आगरा में कहीं भी शराब मुहैया कराने की बात बोल रहे हैं।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल की गई है। जिसमें 98178 76949 मोबाइल नंबर दिया गया है। इस नंबर पर आगरा से कई लोगों ने संपर्क किया। फोन उठाने वाले ने कहा कि किसी भी ब्रांड की डिलीवरी घर पर करा दी जाएगी। पुलिस इस समय होम डिलीवरी वालों को नहीं रोक रही है। उनकी दुकान लोहामंडी क्षेत्र में है। कुछ रकम पहले पेटीएम करनी पड़ेगी। शेष भुगतान डिलीवरी मिलने पर करना होगा। फोन करने वाले एक व्यक्ति ने उनसे पूछा कि ब्लेंडर प्राइड का कार्टन कितने का है। फोन पर बात करने वाले को उसकी कीमत नहीं पता थी। बाद में पांच हजार रुपये बताने लगा। यह सुनकर ग्राहक हैरान रह गया। उससे पूछा कि इतना सस्ता कैसा। बाजार में तो महंगा आता है।
लॉडडाउन में सस्ती शराब कैसे बेच रहे हैं। इस पर शातिर ने तर्क दिया कि माल बहुत बचा है। इसलिए खपा रहे हैं। पुलिस की मानें तो यह साइबर ठगों का जाल है। वे ज्यादा लोगों को इस जाल में फंसाना चाहते हैं। जानते हैं कि लॉकडाउन है। लोग शिकायत करने थाने नहीं जा पाएंगे। बेहतर होगा शराब के शौकीन ऐसे किसी विज्ञापन के झांसे में नहीं फंसे। होम डिलीवरी पर भरोसा किया तो साइबर क्राइम के शिकार बन सकते हैं।